- जब भी लिखना होता किसी को, मैं बनती हूँ उनकी सखी सहेली '
जब भी कोई मुझको काटे भाई, मैं हो जाती हूँ नई-नवेली ''
- अगर तुम मुझे अपनी नाक पर चढ़ा लो '
मैं तुम्हारे कान पकड़कर तुम्हीं को पढ़ा दूं ''
- ना मारा ना खून किया ।
बीसों का सर काट दिया ''
- एक जानवर ऐसा ।
जिसकी दुम पर पैसा ''
- बिना बुलाए मैं आ जाऊं, हर जगह मैं पाई जाऊं '
मुझे पकड़ नहीं पाओगे पर मेरे बिन तुम रह नहीं पाओगे ''
उत्तर - 1. पेंसिल, 2. चश्मा, 3. नाखून, 4. मोर, 5. परछाई