गणित की गतिविधियां - 3


एक जैसे चित्रों पर घेरा (  ) लगाना

    

1.यह गतिविधि हम क्यों करे?

बच्चे एक जैसी आकृति वाली चीजों की पहचान कर पाएँगे।

बच्चों में संख्या पूर्व अवधारणा (वर्गीकरण) का विकास होगा।

2.यह गतिविधि हम कैसे करें?

कुछ ठोस वस्तुएँ जैसे - कंकड़, पत्तियाँ, सींके, बीज, कंचे आदि संकलित कर लें।

बच्चों के सामने चॉक की सहायता से एक घेरा बनाकर उसके भीतर प्रत्येक चीज को एक-एक कर रखें।

किसी एक चीज को एक से अधिक संख्या में रखें। (जैसे-कंकड़ एक, बीज एक, कंचा एक, सींक एक व पत्तियाँ तीन)

अब प्रत्येक बच्चे को घेरे के पास बुलाकर उन चीजों में से एक जैसी चीजों को निकालने के लिए कहें।

यदि अलग-अलग चीजें ज्यादा मात्रा में उपलब्ध हों तो प्रत्येक बच्चे को अलग - अलग गतिविधि करने दें तथा उन्हें एक साथ एक जैसी चीजों को छाँटकर अलग करने के लिए कहें अथवा दो-दो, तीन-तीन के समूह में बाँटकर, गतिविधि करने दें। इससे उन्हें आपस में बातें करने व समझने का मौका मिलेगा।

चीजों को एक से अधिक मात्रा में एक साथ रखने फिर एक जैसी चीजों को अलग करने के लिए कहें। (जैसे-दो पत्ती, तीन कंकड़, चार बीज, तीन सींक, पाँच कंचे आदि लेकर एक जैसी चीजों को अलग-अलग करने को कहें।)

ठोस वस्तुओं से गतिविधि करवाने के पश्चात पाठ्यपुस्तक में दिए गए चित्रों में एक जैसे चित्रों पर घेरा लगवायें।

3.क्या यह भी हो सकता है?

आस-पास की वस्तुओं का चित्र बनवाएँ उस पर एक जैसी चीजों पर गोला लगवाएँ।

4.इस गतिविधि के कुछ फायदे और भी हैं 

परिवेशीय वस्तुओं की समझ विकसित होगी।

सीखने की प्रक्रिया में आनन्द आएगा।

बच्चे चित्रों को दैनिक जीवन से जोड़ेंगे।



कु. शांति बंजारे श्रीराम बालक प्रा.शाला, महासमुंद का अनुभव

जब सभी बच्चों को गोल घेरे में बैठा रही थी तो उनकी नजरें छोटे घेरे में रखी वस्तुओं की ओर लगी हुई थी। सभी बच्चे आपस में बात कर रहे थे, ‘‘मेडम का करवाही, का गेम खेलाही।“ मुझे यह सब सुनकर अच्छा लग रहा था। इसके बाद जब मैंने यह गतिविधि करवाई तो सभी बच्चे ‘‘मेडम मैं, मेडम मैं! कहकर चिल्लाने लगे। तब मुझे यह अहसास हुआ कि गतिविधियाँ एवं कलरफुल चित्र बच्चों को कितना आकर्षित करते हैं। इस दौरान मैंने यह भी अनुभव किया कि जो बच्चे एकदम शांत और चुपचाप बैठे रहते थे वे भी उत्सुकता के साथ इस गतिविधि में शामिल हो रहे थे। 

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