गणित की गतिविधियां-10
बराबर संख्या वाले चित्रों को मिलाओ
- यह गतिविधि हम क्यों करे?
- समान संख्या वाले समूहों को आपस में मिलाना सीख पाएँगे।
- बच्चे संख्या शब्द से परिचित हो पाएँगे
- यह गतिविधि हम कैसे करें ?
- 1 से 5 संख्या तक ठोस वस्तुओं के दो-दो समूह बनाकर इस गतिविधि को निम्नानुसार करेंगे -
- बच्चों को पहले समूह में रखी हुई बस्तुओं को गिनने के लिए कहेंगे। (नोट-हम संख्या शब्द से बच्चों को पहली बार परिचित करा रहे हैं।) हम बच्चों से पहले समूह के वस्तुओं की संख्याएँ पूछेंगे। जैसे - ‘‘बताओ बच्चो पेंसिल की संख्या कितनी है?“ बच्चे बताएँगे- दो। सही संख्या बताने के पश्चात ही हम दूसरे समूह में जाएँगे। इसी प्रकार बताओ बच्चो कितने सेब हैं? बताओ बच्चो कितने गुब्बारे हैं? आदि।
- अब हम बच्चों से दूसरे समूह में बने हुए चित्रों की संख्याएँ गिनने के लिए कहेंगे
- बच्चों से पूछेंगे कि बताओ बच्चो इधर पेंसील की संख्या 2 है तो उस समूह में किसकी संख्या 2 है, बच्चे बताएँगे कि फुटबाल 2 हैं।
- दोनों स्तंभों में रखे समान संख्या वाले वस्तुओं के बीच लाईन खींचने को कहेंगे।
- ऐसे ही सभी चित्रों के समूह को मिलाने को कहेंगे।
- अब हम पाठ्य पुस्तक में भी उपरोक्त गतिविधि के अनुसार एक समूह के चित्रों में हाथी, खरगोश, बतख की संख्या पूछकर, दूसरे समूह के चित्रों के समान संख्या वाले समूह पर लाईन खींचने को कहेंगे।
- क्या यह भी हो सकता है?
- इसी प्रकार की गतिविधि को अन्य ठोस वस्तुओं के साथ भी कराई जा सकती है।
- इस गतिविधि के कुछ फायदे और भी हैं -
- बच्चों में यह जिज्ञासा उत्पन्न होगी कि ऐसी बराबर संख्याएँ और कहाँ-कहाँ हो सकती हैं।
संजय कुमार देवांगन शास.क.प्रा.शाला अमोदाजिला - जाँजगीर का अनुभव
एक बच्चा एक तरफ रखे हुए तीन सेब को मिलाने के क्रम में दाईं ओर भी तीन सेब खोज रहा था। मैंने उसे बताया कि चित्र वही हो जरूरी नहीं हाँ संख्या उतनी ही अवश्य होनी चाहिए। इसे मैंने स्वयं करके बताया तब वह बच्चा आसानी से कर लिया। बच्चों के साथ हम बच्चे बनकर कोई भी गतिविधि कराते हैं और उन्हें परिवेषीय वस्तुओं से जोड़ते हैं तो वे आसानी से अवधारणा को आत्मसात कर लेते हैं।