पहेलियाँ

बाल पहेलियाँ

रचनाकार- प्रीतम कुमार साहू, दुर्ग

paheliya

  1. काले रंग का हु मैं पक्षी
    पर नहीं हु मैं कौवा पक्षी
    कुहु-कुहु कर गीत सुनाती
    बतलाओ मैं कौन सी पक्षी?

  2. पिछड़े मे बंद मैं रहता हु
    लाल चोंच और हरा शरीर,
    लाल मिर्ची मै खूब खाऊ
    चलो दिखाओं मेरा तश्वीर?

  3. श्वेत वस्त्र मैं धारण करता
    पर नही हू मैं कोई साधू संत,
    मछली खाता मैं हु एक पक्षी
    चलो बतलाओ मेरा नाम तुरंत?

  4. धम्मक धम्मक वह आता है
    धम्मक धम्मक वह जाता है
    सुपा जैसे दो कान है उनके
    बतलाओ क्या नाम है उनके?

  5. ऊँची गर्दन लम्बी टांगे
    देख उसे सब भागे जानवर
    'जि' से उनका नाम है आता
    बतलाओ वह क्या कहलाता?
1. कोयल, 2. तोता, 3. बगुला, 4. हाथी, 5. जिराफ

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जनऊला

रचनाकार- कन्हैया साहू 'अमित', भाटापारा

paheliya

1- कचर कचर सब येला खाँय, काट मुँड़ी तब नून लगाँय.
बारी बखरी छछलै नार, भीतर बीजा के भरमार.

2- खाय नहीं पर गजब चबाय, काड़ी कोंवर नीक जनाय.
दाँत जीभ चमचम चमकाय, बीमारी ला मार भगाय.

3- एक सवारी चालक चार, सुते जाय ये पाँव पसार.
आगू-आगू एखर चाल, पाछू मा जनता बेहाल.

4- करिया हँड़िया उज्जर भात, खालव संगी ताते-तात.
हवय भरे येमा जुड़वास, तरिया भीतर करय निवास.

5- खाय न दाना पानी घास, होय नहीं ये कभू उदास.
ले जावय बइठा के पीठ, करै कभू नइ येहा ढीठ.

6- हावय एखर रानी चार, एक हवय राजा दमदार.
पाँचों जुरमिल करथें काज, सुग्घर सुमता साजँय साज.

7- एक फूल करिया मुस्काय, मुँड मा सबके सुघर सुहाय.
घाम परै ता खिल-खिल जाय, छँइहाँ मा ये झट मुरझाय.

8- अपन ददा के रहिथे संग, आगर बेटा के हे रंग.
उँचहा हावय इँखर मकान, बीच खोतली बसथे प्रान.

9- नान्हें लइका बाँधय पार, कूदत-फाँदत कई हजार.
करनी येखर लाज बचाय, बोलव संगी काय कहाय.

10- ये लइका दू कौंरा खाय, चपक बोंड़री डहर बताय.
करय नहीं ये काँही शोर, अँधियारी मा होय अँजोर.

1-खीरा, 2-दतुवन, 3-मुरदा, 4-सिंघाड़ा, 5-साइकिल, 6-अँगरी/अँगठा, 7-छतरी, 8-नरियर, 9-सुजी सूँत, 10-टॉर्च

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जनउला

रचनाकार- रुद्र प्रसाद शर्मा

paheliya

1. हरियर दिखय कच्चा ताजा.
पाके म मीठ, फल के राजा.

2. दु अक्षर के नाँव मोर,दर रांध दार.
उलट पलट नाँव धर, चल नाच दार.

3. एके आँखी म सूत चाखय.
आँखी म नइ देखे सकय..

4. दू ठन गोड़ भिथी म टंगे.
अपन आप म नइ रेंगे..

5. कलम नोहय, पढ़ाय लिखाय.
आँखी नोहय, डगर देखाय..

6. पानी म रहंव, पानी म जीयंव.
पानी म बूड़ंव, पानी नईं पीयंव..

7. मुड़ी हवय पुछी हवय, नइ हे ओखर कान.
पेट हवय हवय आँखी, बिन गोड़ के जान.

8. कतका शब्द कतका भासा मोर मेर.
नइ गोठियांव गोठ कतको बेर.

9. उसन दे, ठंडा पानी बोरले.
खाय आघु फोर ले.

10. गोल दिखय, गेन्द अपन झनि जान.
आय कांच के, दरपन झनि जान.
बिन सुरुज के ओखर ले अंजोर पाहू.
बारहू फेर नांव ल सफा बताहू.

1. आम
2. चना
3. सुई
4. पैंट
5. चश्मा
6. मेचका (मेंढक)
7. सांप
8. किताब
9. अण्डा
10. बिजली बल्ब

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