कहानी
हिरण की सूझबूझ
लेखक - राजेंद्र कुमार विश्वकर्मा, आर.टी.ई. वाच प्रोग्राम मैनेजर
बहुत समय पहले की बात है, धमतरी जिले के पास एक घना जंगल हुआ करता था, जिसमे बहुत से जानवर आपस में मिलजुल कर रहते थे, वहीं पर एक शेर भी रहा करता था, जो अपनी ताकत से कई दिनों से वहां पर रहने वाले हिरणो को डराया करता था. एक बार एक हिरण ने साहस दिखाया और शेर के विरोध में सभी हिरणों के साथ - साथ जंगल में रहने वाले अन्य जानवरों को भी एकत्रित किया, और उन सभी से कहा कि यदि हमें जंगल में शांति और खुशहाली से रहना है तो हमें डरना छोड़ना होगा, और मिलजुलकर शेर का मुकाबला करना होगा.
हिरण की बात सुन कर सभी जानवर एकजुट होकर शेर से लड़ने को तैयार हो गए. जब ये बात शेर को पता चली कि सब जानवर एकसाथ मिलकर मुझसे लड़ने आ रहे है, तो वह स्वंय ही डर के कारण जंगल छोड़ कर भाग गया. सभी जानवरों ने हिरण की सूझबूझ की बहुत प्रशंसा की और फिर सभी आपस में मिलजुल कर बड़े आराम व ख़ुशी से रहने लगे.
(इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि “एकता में बहुत ताकत होती है')
- किस जिले के पास जंगल था?
- शेर किनको डराया करता था?
- हिरण ने शेर से बचने का क्या उपाय बताया था?
- कौन डर से जंगल छोड़ कर भाग गया?