पाठकों से

यह नज़मों, गज़लों एवं कविताओं का एक अनुपम संकलन है। जैसे गुलदस्ते में भाँति- भाँति के फूल होते हैं जो साथ होकर भी अपनी पहचान नहीं खोते व अपनी आभा व खुशबू बिखेरते हैं, उसी प्रकार यह संकलन है जो अलग -अलग विधा का होते हुए भी एक साथ है। इसकी हर रचना आप के मन पर अपनी अलग छाप जरूर छोड़ेगी और जो विषय इनमे मैंने उठाए हैं, उनपर सोंचने को मजबूर भी करेगी। इससे पहले भी आपने मेरे कविता संग्रह “सत्य से साक्षात्कार” व “स्पंदन” पढ़े व सराहे हैं उसके लिए आप सभी का हृदय से आभार। मुझे उम्मीद है कि यह काव्य संकलन भी आपको पसंद आएगा. इस ‘संकलन’ की सभी रचनाएं मेरी “YOU TUBE Channel Dr. Anima Upadhyay” पर मेरी ही आवाज़ में उपलब्ध हैं जिसका लिंक नीचे दिया हुआ है। अगर आप चाहें तो लिंक पर क्लिक कर के मुझे सुन सकते हैं और चैनल को सबस्क्राइब भी कर सकते हैं।



अणिमा उपाध्याय......

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