लेख - हमारा शरीर और स्वास्थ्य

लेखिका - श्वेता तिवारी

हमारा शरीर एक अद्भुत मशीन है. इसका हर एक अंग अनमोल है शरीर के हर अंग मिलजुलकर सारा काम करते हैं. मशीन में अगर कोई कल पुर्जा खराब हो जाता है तो उसे बदल कर नया पुर्जे लगा सकते हैं, परंतु हमारे शरीर का कोई अंग यदि खराब हो जाए उसे ठीक करना बहुत मुश्किल हो सकता है. हालांकि‍ छोटे-छोटे घाव आदि कुछ सावधानी बरतने से स्वयं ठीक हो जाते हैं. हम अपने सारे काम शरीर के व्दारा ही करते हैं. इसका प्रत्येक भाग एक विशेष कार्य करता है और सारे अंग मिलकर सभी काम करते हैं. जैसे आंखों से हम हर एक वस्तु को देख सकते हैं. हाथों से सब काम करते हैं. पैरों से चलकर हम जहां चाहे जा सकते हैं. कानों से सुनते हैं तो नाक से सूंघने का काम करते हैं. मुंह से तो बोलने का काम करते ही हैं. शरीर को चलाने के लिए भोजन भी मुंह से ही करते हैं. अगर कोई भी अंग बेकार हो जाए तो जीवन में बहुत कठिनाई आ जाती है. शरीर को स्वस्थ व सुंदर रखने के लिए उसकी देखभाल करना चाहिए. जैसे किसी मशीन को चलाने के लिए पेट्रोल या बिजली की जरूरत होती है, वैसे ही शरीर को चलाने के लिए अच्छा संतुलित भोजन, सफाई और व्यायाम करना बहुत ज़रूरी है. सादा भोजन ठीक समय पर नियमित रूप से करना चाहिए. अधिक चटपटा मिर्च मसाले वाला भोजन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. भोजन में दूध, दही, फल, हरी ताजा सब्जियां आदि लेना चाहिए. सुबह जल्दी उठना और व्यायाम करना चाहिए. जो रात में जल्दी सोते हैं और सुबह जल्दी उठते हैं उनकी सेहत अच्छी रहती है. अच्छे स्वास्थ्य के लिए शरीर की सफाई बहुत जरूरी है. इसके लिए प्रतिदिन साफ पानी से नहाना चाहिए. आंख, नाक, कान आदि अंगों को साफ रखना चाहिए. बालों की भी सफाई करनी चाहिए. वस्त्र साफ-सुथरे धुले हुए होने चाहिए. गंदगी से बीमारियां होती हैं. शरीर की सफाई के साथ हमें घर और आसपास की स्वच्छता का भी ध्यान रखना चाहिए. अच्छे स्वास्थ्य के लिए जिस तरह भोजन, व्यायाम और सफाई आवश्यक है उसी तरह मनोरंजन, खेल कूद और आराम का भी महत्व है. खेलकूद से मनोरंजन होता है. इससे मन की थकान दूर होती है और शरीर भी मजबूत होता है. शरीर की मशीन के लिए आराम भी आवश्यक है. इसके लिए समय पर सोना और समय पर उठना चाहिए. सोने से शरीर की थकान दूर होती है और अगले दिन काम करने के लिए ताकत मिलती है. अगर नींद पूरी ना हो तो थकान और सुस्ती छा जाती है. काम में मन नहीं लगता है. व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है अतः हमें अपने शरीर का हर तरह से ध्यान रखना चाहिए.

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